लखनऊ : उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित की जाने वाली विभिन्न मुख्य परीक्षाओं में अब वे अभ्यर्थी भी प्रोविजनल तौर पर आवेदन कर सकेंगे जिनके मामले आयोग के स्तर से जांच के अधीन हैं या जो प्रोविजनल श्रेणी के हैं। ऐसे अभ्यर्थियों को यह अनुमति इस शर्त के साथ दी गई है कि मुख्य परीक्षा के लिए उनकी शार्टलि¨स्टग व चयन संबंधी आगे की कार्यवाही आयोग की ओर से की जा रही जांच के परिणाम/निर्णय के अधीन होगी।
आयोग के सचिव आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने बताया कि आयोग ने राज्य सरकार की सेवाओं में समूह ’ग’ के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली को अपनाया है। इसके तहत आयोग ने प्रारंभिक अर्हता परीक्षा आयोजित की थी। प्रारंभिक परीक्षा के स्कोर कार्ड के आधार पर विभिन्न मुख्य परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों की शार्टलि¨स्टग उनके पीईटी स्कोर के आधार पर की जाएगी। आयोग ने हाल ही में महानिदेशक परिवार कल्याण के अधीन स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के 9212 पदों पर चयन के लिए मुख्य परीक्षा का विज्ञापन जारी कर आनलाइन आवेदन आमंत्रित किये हैं। मुख्य परीक्षा के इस विज्ञापन में आयोग ने कहा था कि इस परीक्षा में सिर्फ वही अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं जो पीईटी-2021 में शामिल हुए हों और जिन्हें आयोग की ओर से स्कोर कार्ड जारी किया गया हो।
आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बताया कि विचार-विमर्श के बाद यह तय किया गया है कि पीईटी में शामिल हुए जिन अभ्यर्थियों के मामले आयोग स्तर से जांच के अधीन हैं और जिन्हें प्रोविजनल आधार पर पीईटी में शामिल होने की अनुमति दी गई थी, उन्हें विभिन्न मुख्य परीक्षाओं में भी प्रोविजनल तौर पर आवेदन का मौका दिया जाए।
अवर अभियंता, संगणक व फोरमैन भर्ती की लिखित परीक्षा 30 जनवरी को
उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग सम्मिलित अवर अभियंता, संगणक एवं फोरमैन (सामान्य चयन) प्रतियोगितात्मक परीक्षा-2018 की लिखित परीक्षा अगले साल 30 जनवरी को आयोजित करेगा। अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी किये जाने की जानकारी आयोग की वेबसाइट पर दी जाएगी। आयोग के परीक्षा नियंत्रक दिनेश ने बताया है कि अवर अभियंता, संगणक व फोरमैन की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली लिखित परीक्षा के लिए कई अभ्यर्थियों के आनलाइन आवेदन में उनके फोटो/हस्ताक्षर/जेंडर त्रुटिपूर्ण पाये गए हैं। ऐसे अभ्यर्थियों की सूची आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। ऐसे अभ्यर्थियों को फोटो/हस्ताक्षर/जेंडर में सुधार के लिए 21 से 27 दिसंबर तक अंतिम अवसर दिया गया है।