लखनऊ : विधान परिषद में आठ विधेयक पारित हुए। आठ विधेयक व चालू वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट पारित किए जाने के बाद विधान परिषद को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। अंत में नेता सदन व उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा ने सभी सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के अच्छे स्वास्थ्य की कामना भी की।
उत्तर प्रदेश औद्योगिक शांति (मजदूरी का यथासमय संदान ) (संशोधन) विधेयक-2021 का सपा सदस्यों ने विरोध किया और इसे श्रमिक विरोधी करार दिया। सपा सदस्य डा. संजय लाठर ने कहा कि भाजपा सरकार उद्योगपतियों का समर्थन कर रही है। श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि फैक्ट्री बंद न हों और श्रमिकों का भी नुकसान न हो, इसके लिए मजदूरी का समय पर भुगतान न करने के मामलों में संबंधित उद्योग के संचालक के विरुद्ध दंड के प्रविधान को बदला गया है। तीन साल की सजा के प्रविधान को समाप्त कर 50 हजार रुपये जुर्माना राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है। साथ ही तीन माह तक की सजा के प्रविधान के मामले में 50 हजार रुपये तक के जुर्माना की व्यवस्था की गई है। इसके लिए कानून में संशोधन किया गया है, जो दोनों के हित में है।
परिषद में उत्तर प्रदेश औद्योगिक शांति (मजदूरी का यथासमय संदान ) (संशोधन) विधेयक-2021 के अलावा माल व सेवा कर (संशोधन) विधेयक-2021, उत्तर प्रदेश अधिवक्ता कल्याण निधि (संशोधन) विधेयक-2021, उत्तर प्रदेश राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक-2021, उत्तर प्रदेश गन्ना (पूर्ति व खरीद विनियमन) (द्वितीय संशोधन) विधेयक-2021, उत्तर प्रदेश शीरा नियंत्रण (द्वितीय संशोधन) विधेयक-2021, उत्तर प्रदेश (चतुर्थ) निरसन विधेयक-2021 व उत्तर प्रदेश मोटरयान कराधान (संशोधन) विधेयक-2021 भी पारित हुए।