कृष्णांजलि नाट्यशाला मंच पर उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ शाखा की ओर से वृहद शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व एमएलसी जगवीर किशोर जैन ने कहा कि सरकार शिक्षकों से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा चाहती है तो शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य न कराए जाएं। कहा, यदि शिक्षक पुरानी पेंशन बहाली चाहते हैं, तो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ शिक्षक और कर्मचारी वोट करें। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. रक्षपाल सिंह ने कहा कि वह नई शिक्षा नीति से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि इसमें बहुत खामियां हैं।
उप शिक्षा निदेशक डॉ. इंद्र प्रकाश सोलंकी ने कहा कि वह शिक्षकों की हर समस्य सुनने के लिए तैयार हैं। शिक्षा नीति को चुनौती के रूप में शिक्षकों को स्वीकार करना होगा। मंडलीय शिक्षा निदेशक बेसिक डॉ. पूरन सिंह ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों के बच्चों ने जो सांस्कृतिक कार्यक्रम किए, वह प्रशंसनीय है।
बीएसए सतेंद्र कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेशीय शिक्षक संघ सबसे बड़ा संघ है। संघ द्वारा प्रस्तुत सभी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा। जल्द से जल्द नवनियुक्त शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन कराया जाएगा। वित्त एवं लेखाधिकारी डॉ. अनिल यादव द्वारा कुछ शिक्षकों को लेखा पर्ची दी गई। कहा, सभी शिक्षकों के वेतन अवशेष शीघ्र भुगतान किए जाएंगे।
डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिक्षक और कर्मचारी मिलकर संघर्ष करते रहेंगे। राजेश कटारा, डॉ. हरेंद्र, नरेश चंद्र, चौ. रमेश सिंह, राधेश्याम शर्मा आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन जिला मंत्री मुकेश कुमार सिंह ने किया। जिलाध्यक्ष कौशलेंद्र सिंह ने अतिथियों का आभार जताया।
इस अवसर पर कश्मीर सिंह, अजीत सिंह, दिनेश सिंह, कमल सिंघल, गोपाल गुप्ता, अमित चौहान, सुधीर शर्मा, राजेंद्र अत्री, निहाल सिंह, नरेशचंद्र हरिवेश शर्मा, टकणदेव, राजी, मुकेश कुमार, अशोक कुमार, तरुण दीक्षित, शकील बाबू, उमेश वर्मा, नीरज सिंह, मनोज शर्मा, संजय वर्मा, सुनीता यादव, मंजू सिंह आदि मौजूद रहे।