प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में हिन्दी प्रवक्ता के परिणाम में गलती को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने स्वीकार किया है। 410 पदों पर भर्ती के लिए संशोधित परिणाम जारी किया जाएगा।कुछ चयनित अभ्यर्थी बाहर हो सकते हैं जबकि कुछ के चयन सूची में शामिल होने की उम्मीद है।
चयन बोर्ड ने प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) 2021 दोनों पदों की भर्तियों के लिए अगस्त में आयोजित लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्र में एक ही सवाल ‘एक दिन बोलेंगे पेड़ के लेखक कौन हैं’ पूछा था। चयन बोर्ड के विशेषज्ञों ने प्रशिक्षित स्नातक की उत्तरकुंजी में इस प्रश्न का सही जवाब राजेश जोशी जबकि प्रवक्ता भर्ती की उत्तरकुंजी में सौमित्र मोहन सही माना था। प्रवक्ता भर्ती की अभ्यर्थी सीमा गुप्ता ने इस प्रश्न को लेकर हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर कर दी। सीमा को प्रवक्ता भर्ती हिन्दी के ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर वर्ग में 388.4610 अंक मिले हैं और इस वर्ग का कटऑफ 390.54490 है। सीमा का दावा है कि उन्होंने इस प्रश्न का जवाब राजेश जोशी दिया था जिसे चयन बोर्ड ने सही नहीं माना। जबकि प्रशिक्षित स्नातक के परिणाम के लिए राजेश जोशी जवाब ही सही माना है। यदि चयन बोर्ड प्रवक्ता भर्ती के लिए भी राजेश जोशी उत्तर सही मान लेता तो उनका चयन हो जाता। प्रवक्ता हिन्दी के तहत बालक वर्ग में 363 और बालिका वर्ग में 47 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था।
संशोधन के बाद नए सिरे से जारी होगा पैनल: हाईकोर्ट के आदेश पर चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर ने संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षकों को छह दिसंबर को पत्र लिखकर तीन नवंबर को जारी प्रवक्ता हिन्दी के पैनल को स्थगित कर दिया था। इसी के साथ चयनित 410 प्रवक्ताओं की तैनाती भी फंस गई है। 13 दिसंबर को हुई इस मामले की सुनवाई में चयन बोर्ड ने संशोधित परिणाम देने की बात कही है। उसके बाद नये सिरे से पैनल जाराी होगा।
सिर्फ उत्तरकुंजी जारी करने में तीन बार की गलती
शुक्रवार को आयोग ने पादप रोग और संगीत सितार विषय के वैकल्पिक विषयों के 70 प्रश्नों की संशोधित उत्तरकुंजी जारी की है। इससे पहले 15 दिसंबर को पादप रोग और संगीत सितार में सामान्य अध्ययन के सिर्फ 30 प्रश्नों की संशोधित अनन्तिम उत्तरकुंजी जारी की थी। 13 नवंबर को पहली पाली में आयोजित पादप रोग और संगीत सितार के अभ्यर्थियों ने वैकल्पिक विषय की उत्तरकुंजी में त्रुटि होने की सूचना आयोग को ई-मेल और दूरभाष से दी थी।
जिस पर वैकल्पिक विषयों की अनन्तिम उत्तरकुंजी को भी संशोधित कर दिया गया। 15 दिसंबर को ही भूमि संरक्षण विषय के वैकल्पिक विषय के 70 प्रश्नों और सामान्य अध्ययन के 30 प्रश्नों की अनन्तिम उत्तरकुंजी में बदलाव किया था।