लखनऊ : 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती मामले में 170 दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने मंगलवार सुबह विधान भवन का रुख किया। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। अभ्यर्थी नारेबाजी करने लगे। बाद में पुलिस ने सभी को बसों में भरकर ईको गार्डेन भेज दिया।
अभ्यर्थियों के बवाल की सूचना पर एसीपी हजरतगंज अखिलेश कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। रायल होटल चौराहे और विधानभवन के पास बैरिके¨डग कर दी गई। इसके बाद अभ्यर्थी वहीं सड़क पर बैठ गए। सैकड़ों की तादाद में हाथ में बैनर और तख्ती लेकर अभ्यर्थी नारेबाजी करते रहे। वह विधानभवन के बाहर ही धरने पर बैठ गए और नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे।
अभ्यर्थी सरकार से 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में शेष पदों को तत्काल भरे जाने की मांग कर रहे थे। विरोध-प्रदर्शन रोकने के लिए पुलिस तमाम जतन करती रही, मगर महिला अभ्यर्थी हटने के लिए तैयार नहीं थीं। इसी बीच बारिश भी शुरू हो गई, मगर अभ्यर्थी टस से मस न हुए। इसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों को ईको गार्डेन भेजने के लिए कई बस मंगवाई। अभ्यर्थियों को बस में बैठाने का प्रयास किया गया तो फिर पुलिस से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद बसों में भरकर अभ्यर्थियों को ईको गार्डेन भेज दिया गया।
विरोध का खामियाजा : विधान भवन के पास प्रदर्शन कर रहे शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को हटाने के दौरान एक पुलिस अधिकारी आग-बबूला हो गया। धरना बंद न करने पर एक अभ्यर्थी की गर्दन पकड़ी और जबरन खींचते हुए ले गया ’ हृदेश चंदेल