मैनपुरी। कोरोना महामारी के चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित होने के बाद भी शिक्षक छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अधिकारियों के निरीक्षण में बड़ी संख्या में शिक्षक विद्यालयों से अनुपस्थित मिल रहे हैं। नवंबर में शिक्षाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के निरीक्षण में 104 शिक्षक-शिक्षिकाएं अनुपस्थित मिले।
कोरोना महामारी के कारण डेढ़ साल विद्यालय बंद रहे। इन सबके बाद भी परिषदीय स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाएं बच्चों के भविष्य की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। शिक्षाधिकारियों के निरीक्षण से मिली रिपोर्ट के अनुसार बड़ी संख्या में शिक्षक स्कूलों से गायब रहते हैं। नवंबर में शिक्षाधिकारियों द्वारा किए निरीक्षण में 104 शिक्षक-शिक्षिकाएं, शिक्षामित्र, अनुदेशक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अनुपस्थित मिले हैं। इन सभी को नोटिस जारी होने के बाद स्पष्टीकरण मांगे गए थे। इसके बाद 70 शिक्षकों पर कार्रवाई लगभग तय हो गई है।
इस संबंध में बीएसए कमल सिंह ने बताया कि अनुपस्थित मिलने वालों पर कार्रवाई हो रही है। शिक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
68 शिक्षकों का काटा एक दिन का वेतन
अक्तूबर 2021 में अनुपस्थित मिले 86 शिक्षक-शिक्षिकाओं का नवंबर का एक दिन का वेतन काटा गया है। ये शिक्षक शिक्षिकाएं खंड शिक्षाधिकारियों,जिला समन्वयकों, उपजिलाधिकारियों और बीएसए के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले थे।