विद्यालय का ताला बंद और अध्यापक गैरहाजिर, अब होगी कार्यवाही

शामली। सहारनपुर के सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा योगराज सिंह ने ऊन ब्लॉक के कई परिषदीय विद्यालयों औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एक विद्यालय पर ताला बंद मिला और अध्यापक गैरहाजिर पाए गए। इसके अलावा अन्य विद्यालयों के निरीक्षण में भी खामियां पाई र्गइं। एडी बेसिक ने अध्यापकों के साथ बीएसए गीता वर्मा और खंड शिक्षा अधिकारी संजय डबराल की प्रथम दृष्टया लापरवाही व शिथिलता माना है।
मंगलवार को सहारनपुर से एडी बेसिक शिक्षा योगराज सिंह ऊन विकास खंड के कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। सबसे पहले वे प्राथमिक विद्यालय सिरसागढ़ पहुंचे, लेकिन विद्यालय पर ताला लगा मिला। ग्रामीणों से जानकारी की गई तो बताया गया कि विद्यालय में अध्यापक समय से नहीं आते। इसके बाद गांव में रहने वाले शिक्षामित्र धूम सिंह को फोन कर बुलाया और ताला खुलवाया। उपस्थिति पंजिका देखने पर पता चला कि प्रधानाध्यापिका मोनिका बाल्य देखभाल अवकाश पर और सहायक अध्यापक सुनील कुमार अनुपस्थित पास गए। विद्यालय में गंदगी पाई गई और चहारदीवारी, शौचालय टूटे हुए मिले। इसके बाद एडी बेसिक प्राथमिक विद्यालय लव्वा दाऊदपुर पहुंचे। यहां विद्यालय में प्रधानाध्यापिका शालिनी आधा घंटा देरी से पहुंचीं, जबकि सहायक अध्यापक रवि कुमार अनुपस्थित मिले।


एडी बेसिक ने बताया कि फरवरी 2021 में भी विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान अध्यापक अनुपस्थित मिले थे, जिसमें उनका वेतन कटौती कर विभागीय कार्रवाई की गई थी। इस प्रकरण में लोक आयुक्त उप्र द्वारा जांच करने के निर्देश दिए गए हैं, इसलिए पुन: स्थलीय जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया अध्यापकों के साथ-साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गीता वर्मा और खंड शिक्षा अधिकारी संजय डबराल की लापरवाही और शिथिलता प्रतीत होती है। इस प्रकरण में दोषी का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा।
इसके बाद एडी बेसिक ने उच्च प्राथमिक श्यामली-श्यामला, प्राथमिक विद्यालय गंगारामपुर, खेड़की, शामली व कस्बा ऊन के विद्यालय का निरीक्षण किया। उच्च प्राथमिक विद्यालय श्यामली-श्यामला में विज्ञान किट, गणित किट, तीन कंप्यूटर सैट का प्रयोग होना नहीं पाया गया। छात्रों के स्कूल बैग, जूते, यूनिफॉर्म भी विद्यालय में रखे पाए गए। निरीक्षण के दौरान मंडलीय समन्वयक नीरज प्रताप भी साथ रहे। एडी बेसिक ने बीआरसी ऊन पहुंचकर संबंधित अध्यापकों की सेवा पंजिका की भी जांच की।