बलरामपुर
अब उन नौनिहालों के अभिभावकों पर शिकंजा कसा जाएगा जो एक साथ कई स्कूलों में बच्चे का नामांकन करा कर छात्रवृत्ति समेत अन्य विभागीय योजनाओं का दोहरा लाभ ले रहे हैं। शिक्षा विभाग अभिभावकों के बैंक एवं आधार नंबर के माध्यम से इस फर्जीवाड़े को पकड़ेगा। वही छात्रों का अब सिर्फ एक ही स्कूल में नामांकन हो सकेगा। यह डिटेल प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। अभिभावकों से सहमति पत्र भरवाकर विद्यालय के रिकॉर्ड में सुरक्षित रखा जाएगा।
जिले में 1575 प्राथमिक एवं 646 उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में 275 हजार के करीब छात्र पंजीकृत है। इन बच्चों को सरकार प्रत्येक वर्ष जूता, मोजा, यूनिफॉर्म,टाई, बेल्ट व बैग के साथ निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जाती हैं। एमडीएम कन्वर्जन कास्ट व राशन सामग्री दो साल से घर बैठे बच्चों को उपलब्ध कराया जा रहा है। छात्रवृत्ति, एमडीएम समेत अन्य लाभकारी योजनाओं के बदले दी जाने वाली धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजी जाती है।
समग्र शिक्षा महानिदेशक के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों का आधार एवं बैंक डिटेल का सत्यापन करने में जुट गए हैं। वहीं जिन अभिभावकों का ब्योरा नहीं है, उसे एकत्रित कर रहे हैं। सभी अभिभावकों एवं बच्चों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। ऑनलाइन डाटा फीडिंग के बाद फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगी। कई स्कूलों में नामांकन कराकर दोहरा लाभ लेने वाले अभिभावकों की अब खैर नहीं रहेगी।
जिले के समस्त खंड शिक्षाधिकारियों को परिषदीय स्कूलों 66 में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों का आधार एवं बैंक डिटेल का नए सिरे से सत्यापन करके प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। प्रेरणा पोर्टल पर आंकड़े दर्ज होने के बाद किसी भी बच्चे का दो स्कूलों में नामांकन नहीं हो सकेगा। डॉ. रामचंद्र, बीएसए बलरामपुर