प्रयागराज : प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर गैंग के सदस्य लगातार सेंध लगा रहे हैं। वहीं, पुलिस इनसे जुड़े लोगों पर कार्रवाई करने में हीलाहवाली कर रही है। ऐसा ही कुछ हाल शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में हो रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि पेपर लीक में आरोपित डा. केएन काटजू इंटर कालेज का प्रिंसिपल राम नयन द्विवेदी जमानत पर जेल से बाहर आ गया है, लेकिन वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
इतना ही नहीं, प्रिंसिपल का बेटा अनुग्रह उर्फ छोटू, बेटी आकांक्षा व साल्वर वीरेंद्र भी गिरफ्त से दूर हैं। इसको लेकर कीडगंज पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, 18 अक्टूबर को वित्तीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में प्रिंसिपल व सहायक अध्यापक पद की लिखित परीक्षा हुई थी। एसटीएफ ने कीडगंज स्थित डा. केएन काटजू इंटर कालेज में दबिश देकर धूमनगंज निवासी प्रिंसिपल राम नयन और अध्यापक अशोक तिवारी को गिरफ्तार किया था। दावा किया गया था कि भारत स्काउट गाइड एंड इंटर कालेज में परीक्षा दे रही बेटी को उत्तीर्ण कराने के लिए प्रिंसिपल ने वाइस प्रिंसिपल व अध्यापक की मदद से पेपर लीक किया था। एक माह बीतने के बावजूद वांछितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इंस्पेक्टर कीडगंज रमेश चौबे का कहना है कि तलाश चल रही है। आकांक्षा के पास नहीं मिली थी चिप : पुलिस का कहना है कि भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कालेज के प्रिंसिपल ने लिखकर दिया है कि परीक्षा के दौरान आकांक्षा के पास से चिप या दूसरा इलेक्ट्रानिक उपकरण नहीं मिला था। इसको लेकर यह भी सवाल उठ रहा है कि जब साल्वर ने पेपर हल कर लिया था तो इलेक्ट्रानिक उपकरण की जरूरत क्या थी। अब पुलिस परीक्षा के परिणाम आने का भी इंतजार कर रही है।
इतना ही नहीं, प्रिंसिपल का बेटा अनुग्रह उर्फ छोटू, बेटी आकांक्षा व साल्वर वीरेंद्र भी गिरफ्त से दूर हैं। इसको लेकर कीडगंज पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, 18 अक्टूबर को वित्तीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में प्रिंसिपल व सहायक अध्यापक पद की लिखित परीक्षा हुई थी। एसटीएफ ने कीडगंज स्थित डा. केएन काटजू इंटर कालेज में दबिश देकर धूमनगंज निवासी प्रिंसिपल राम नयन और अध्यापक अशोक तिवारी को गिरफ्तार किया था। दावा किया गया था कि भारत स्काउट गाइड एंड इंटर कालेज में परीक्षा दे रही बेटी को उत्तीर्ण कराने के लिए प्रिंसिपल ने वाइस प्रिंसिपल व अध्यापक की मदद से पेपर लीक किया था। एक माह बीतने के बावजूद वांछितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इंस्पेक्टर कीडगंज रमेश चौबे का कहना है कि तलाश चल रही है। आकांक्षा के पास नहीं मिली थी चिप : पुलिस का कहना है कि भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कालेज के प्रिंसिपल ने लिखकर दिया है कि परीक्षा के दौरान आकांक्षा के पास से चिप या दूसरा इलेक्ट्रानिक उपकरण नहीं मिला था। इसको लेकर यह भी सवाल उठ रहा है कि जब साल्वर ने पेपर हल कर लिया था तो इलेक्ट्रानिक उपकरण की जरूरत क्या थी। अब पुलिस परीक्षा के परिणाम आने का भी इंतजार कर रही है।
जासं, प्रयागराज : बिहार गैंग के फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम जल्द ही बिहार जाएगी। साथ ही सरगना समेत सभी के विरुद्ध गैंगस्टर का मुकदमा कायम किया जाएगा। मांडा में एक ही परिवार के तीन, सोरांव में एक ही परिवार के पांच, नवाबगंज में मां-बेटी की हत्या और कई लूट व चोरी करने वाले बिहार गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने भंडाफोड़ किया था। सरगना बलिराम उर्फ बल्ली व प्रदीप जोशी को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगी थी। इस गिरोह के लवला खरवार, रोहित खरवार, मुर्गी पंख खरवार और डेभी खरवार अभी फरार हैं। सभी बदमाश बिहार के रोहतास जिले के डेहरी थाना क्षेत्र स्थित जखीबीरा गांव के रहने वाले बताए जाते हैं। सोरांव, मऊआइमा, नवाबगंज, फूलपुर, थरवई और यमुनापार के मेजा, मांडा, कोरांव समेत कई संदिग्ध जगह पर दबिश दी गई, लेकिन कोई नहीं मिला। इस आधार पर माना जा रहा है कि फरार बदमाश अपने-अपने गांव चले गए हैं। रोहतास पुलिस से संपर्क साधा गया है। ताकि उनका सुराग मिलते ही यहां से पुलिस टीम भेजकर गिरफ्तारी कर ली जाए।
गिरोह के फरार सदस्यों की गिरफ्तारी को टीमें लगी हैं। कुछ सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। - सतीश चंद्र, एसपी क्राइम