कानपुर देहात। डीएम के सख्त निर्देश पर भी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति व खामियां दुरुस्त होने का नाम नहीं ले रही है। ब्लॉक स्तर पर किए गए निरीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने 23 से अधिक शिक्षकों का वेतन रोकते हुए जवाब तलब किया है।
झींझक ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल जजमुईया के गेट पर शुक्रवार की सुबह दस बजे तक ताला लगा पाया गया था। जिस पर बीएसए ने सभी शिक्षक व शिक्षामित्रों का वेतन अगले आदेशों का रोक दिया है।
इसी तरह मलासा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय बीवापुर का बीईओ ने एक नवंबर को निरीक्षण किया था। मौके पर छात्रों की संख्या कम मिली थी। अन्य खामियां मिलने पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई थी।
जिस पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक रामलक्ष्मी, सहायक अध्यापक विमला मिश्रा के खिलाफ एक-एक वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई की है। वहीं 10 नवंबर को बीईओ राजपुर ने क्षेत्र के कई स्कूलों का निरीक्षण किया था। जिस पर कहीं शिक्षक तो कहीं छात्र ही नहीं मिले थे, साथ ही अन्य तमाम खामियां पाई गई।
रिपोर्ट पर बीएसए ने उच्च प्राथमिक स्कूल डुबकी के प्रधानाध्यापक मो. साहब, शिक्षक शैलजा गुप्ता, प्रीती सिंह, उपेंद्र सिंह, शिक्षामित्र अनीता देवी, प्राथमिक विद्यालय कांधी की प्रधानाध्यापक वंदना शुक्ला, शिक्षक अजय कुमार, पिंकी देवी, आभा देवी, उच्च प्राथमिक विद्यालय कांधी कंपोजिट के शिक्षक विनोद कुमार, रीता बाजपेयी, ममता वर्मा, रामसूरत का वेतन रोका है।
इसके साथ ही प्राथमिक विद्यालय रमपुरा की प्रधानाध्यापक मीनाक्षी मिश्रा, शिक्षक नीलम कटियार, प्राथमिक विद्यालय दयानतपुर की प्रधानाध्यापक नसीम जहां, उच्च प्राथमिक विद्यालय दयानतपुर के शिक्षक ज्ञानेंद्र कुमार, उच्च प्राथमिक विद्यालय सिलहरा कंपोजिट के शिक्षक दीपक वर्मा, रवींद्र सिंह, प्रगति कटियार, रामू सिंह का भी वेतन खामियों पर रोका है। सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।