UPTET परीक्षा की व्यवस्था ‘फेल’, प्रश्न पत्र छापने वाली एजेंसी पर सवाल:- 12वीं पास हैं पेपर आउट करने वाले

यूपीटीईटी 2021 में सरकारी प्रबंधों को धता बताकर जिस तरह नकल माफिया ने सेंध लगाई, उससे ‘तू डाल-डाल, मैं पात-पात’ की कहावत चरितार्थ हो गई। आमतौर पर परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र लीक होने की शिकायतें मिलती रही हैं। उसे रोकने के लिए परीक्षा संस्था ने भारी भरकम प्रबंध किए। नकल माफिया ने दो कदम आगे बढ़कर प्रश्नपत्र केंद्र पर पहुंचने से पहले ही इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। अब परीक्षा संस्था और प्रश्नपत्र छापने वाली एजेंसी की शुचिता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि प्रश्नपत्र संबंधित एजेंसी से या फिर जिलों के कोषागार में रखवाते समय लीक होने की आशंका जताई जा रही है।

प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल व प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप लगना आम बात है। लगभग हर परीक्षा के दौरान व बाद में ऐसी बातें सामने आती रही हैं, लेकिन सत्य से सरोकार न होने से आरोप सिरे से खारिज होते रहे हैं। इस बार परीक्षा की सुबह की जगह शनिवार शाम को ही इंटरनेट पर प्रश्नपत्र व हल सामग्री वायरल हुई तो एसटीएफ ने उसकी जांच कराई। प्रश्नपत्र सही मिला और कुछ ही घंटों में पेपर कई जिलों के वाट्सएप ग्रुपों पर पहुंच गया।

अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पेपर शनिवार को ही वायरल हुआ। प्रश्नपत्र परीक्षा संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय प्रयागराज ने तैयार कराकर एजेंसी के माध्यम से छपवाया था। प्रश्नपत्र कौन सी एजेंसी छाप रही है, ये बेहद गोपनीय होता है, इसीलिए एडीजी ने पेपर छापने वाली एजेंसी का नाम लेने तक से परहेज किया। सिर्फ यही कहा कि इसकी एसटीएफ छानबीन कर रही है। नियम है कि प्रश्नपत्र को संबंधित जिलों के कोषागार के डबल लाक में रखा जाए। ऐसे में पेपर जिलों तक पहुंचाने और उसे रखवाने वाले भी संदेह के घेरे में हैं?


यूपीटीईटी में शामिल होने वालों की तादाद इस बार सबसे अधिक है। 21.65 लाख परीक्षार्थी होने से मुख्य सचिव ने 22 नवंबर को मंडलायुक्त, डीएम व एसपी को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने के बाद 25 नवंबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग करके प्रशासन, पुलिस व शिक्षा विभाग के अफसरों को सख्त निर्देश दिए थे। तैयारियों की समीक्षा में पाया कि परीक्षा केंद्रों की गतिविधियों की निगरानी सीसीटीवी सर्विलांस के जरिए कराई जा रही है। पहली बार राज्य स्तर पर इसके लिए नियंत्रण कक्ष बना। जिलों में पर्यवेक्षक तैनात किए और केंद्र पर मोबाइल फोन या फिर अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस प्रतिबंधित की गई थी। प्रश्नपत्र खोले जाने के समय केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक आदि के पास कैमरा वाला फोन न होने की हिदायत दी गई थी।


1. अनुराग देश पुत्र अरुण देश थाना मऊरानीपुर, झांसी

2. फौजदार वर्मा उर्फ विकास वर्मा पुत्र रामउजागिर रामनगर करनी थाना महरूआ, अंबेडकरनगर

3. कौशलेंद्र प्रताप पुत्र रामधीरज राय ग्राम कपासी थाना रौनाही, अयोध्या

4. चंदू वर्मा पुत्र प्रकाश वर्मा मऊरानीपुर, झांसी

5. रोशन सिंह पटेल पुत्र रामनरेश पटेल निवासी शंकर बाजार थाना कर्वी, चित्रकूट

6. मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेंद्र मलिक कोतवाली शामली

7. रवि पुत्र विनोद कांदला निवासी नाला थाना कांदला, शामली

8. धर्मेंद्र पुत्र कुंवर पाल निवासी बुडरौडी, शामली

9. संदीप पुत्र जैसराज वर्मा ममरखा थाना कूरेभार जिला, सुलतानपुर

10. रमेश गुप्ता पुत्र सैजुराज गुप्ता निवासी करौंदी थाना जलालपुर, अंबेडकरनगर

11. राजेंद्र पटेल पुत्र इंद्रजीत पटेल निवासी ग्राम जयरामपुर रानीगंज, प्रतापगढ़

12. सन्नी सिंह पुत्र महेश सिंह निवासी खटाही पोस्ट बदगाहा, राज्य बिहार

13. टिंकू कुमार पुत्र शिवनाथ प्रसाद निवासी रेकुना फारम बोधगया जिला गया, राज्य बिहार

14. नीरज शुक्ल पुत्र नागेंद्र प्रसाद शुक्ल निवासी ग्राम चौबे पट्टी थाना रानीगंज, प्रतापगढ़

15. शीतल कुमार पुत्र सुनील कुमार वर्मा निवासी खरंटी थाना बोधगया, जिला गया, राज्य बिहार

16. धनंजय पुत्र सुदामा प्रसाद निवासी धर्मदेव नगर मानपुर थाना मुफस्सिल, जिला गया, राज्य बिहार

17. कुनैन राजा पुत्र सरफे मोहम्मद निवासी टेकुना थाना बोधगया, जिला गया, राज्य बिहार

18. शिवदयाल पुत्र बृज किशोर पांडेय निवासी धुरिया थाना बारून, जिला औरंगाबाद, राज्य बिहार

19. अनुराग पुत्र सुगेनी प्रसाद निवासी नई बस्ती पोस्ट दल्ला थाना चोपन, सोनभद्र

20. अभिषेक सिंह पुत्र अश्विनी सिंह निवासी प्यारेलाल कालोनी बलदाऊगंज थाना कर्वी, चित्रकूट

21. सत्य प्रकाश सिंह पुत्र रोहनी प्रसाद सिंह निवासी पटेल नगर थाना शंकरगढ़, प्रयागराज (साल्वर गैंग का सरगना)

22. चतुभरुज सिंह पुत्र त्रिलोकीनाथ सिंह निवासी सेमरी बाघराय थाना कोरांव, प्रयागजराज

23. संजय पुत्र देवी प्रसाद निवासी सिरावल थाना कोरांव, प्रयागजराज

24. अजय कुमार पुत्र धर्मराज सिंह निवासी पचवह थाना कोरांव, प्रयागजराज

25. ब्रह्मशंकर सिंह पुत्र मार्कण्डेय प्रसाद सिंह निवासी पियरी महुली थाना कोरांव, प्रयागजराज

26. सुनील कुमार सिंह पुत्र जगपति लाल सिंह हरदिहा थाना खीरी, प्रयागराज।

दो सालों में साल्वर गैंग चलाने में पटना के पांच सरगना

आशीष शुक्ल, पटना: नीट यूजी, इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा से लेकर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की जगह साल्वर सेट कर धांधली करने वाले गिरोह के एक दो, नहीं बल्कि पटना के रहने वाले पांच सरगनाओं का नाम उजागर हो चुका है। अब प्रयागराज में यूपीटेट में भी बिहार के साल्वरों का नाम आने से पुलिस में हड़कंप मचा है। नीट यूजी में शामिल बिहार के सरगना में सिर्फ पीके उर्फ निलेश की गिरफ्तारी वाराणसी में हो सकी है।

परीक्षा में बैठने से पहले ही दबोच लिए गए

फिरोजाबाद के एसएसपी अशोक कुमार शुक्ला के मुताबिक सभी छह साल्वर हैं। फिरोजाबाद के सिरसागंज निवासी धमेर्ंद्र सहित चार साल्वर फरार है। इसके अलावा मैनपुरी में आदर्श राष्ट्रीय कालेज परीक्षा केंद्र पर तलाशी के दौरान नगला मदारी थाना सौरिख जिला कन्नौज के परीक्षार्थी आलोक के कान में एक छोटी डिवाइस लगी मिली, जबकि उसकी जेब से एक इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद हुआ। सचल दल के मुताबिक परीक्षार्थी डिवाइस नकल करने के लिए लाया था। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

12वीं पास हैं पेपर आउट करने वाले

शामली : टीईटी का पेपर आउट करने में धरे गए शामली के तीनों आरोपित 12वीं पास हैं और स्वजन के साथ मिलकर खेती करते थे। इनमें से एक प्रधान का इकलौता बेटा है तो दूसरा आरोपित प्रधान पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। हालांकि, पुलिस जांच में अभी तक किसी का आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है। पुलिस के मुताबिक कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त मनीष उर्फ मोनू ग्राम प्रधान देवेंद्र का इकलौता बेटा है। धर्मेंद्र भी इकलौता बेटा है। उसने वर्ष 2014 में हाथरस जिले के अग्रसोली से कक्षा 12 की शिक्षा ग्रहण की है।

कथित साल्वर रोशन कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पारिवारिक भाई

जासं, चित्रकूट : टीईटी साल्वर गैंग में शामिल होने के आरोप में पकड़ा गया रोशन सिंह पटेल प्रयागराज में स्वास्थ्य महकमे में लैब टेक्नीशियन है। उसे कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पारिवारिक भाई भी बताया गया है। हालांकि, जिलाध्यक्ष ने उसे कोई भी संबंध होने से साफ इन्कार किया है। रोशन पटेल के पिता रामनरेश पटेल बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक थे।

फिरोजाबाद में एसओजी और सर्विलांस टीम ने पकड़ा

राहुल कुमार, सीवान, बिहार

सिकंदर कुमार, जमूई, बिहार

रोहित यादव, फिरोजाबाद

अमित कुमार, फिरोजाबाद

रजत यादव, फिरोजाबाद

शैलेंद्र उर्फ शीलू, फिरोजाबाद

भेदू उर्फ उलफाम

रोशन सिंह पटेल