स्कूलों में घंटे संचालित हों लेकिन घंटा बजाने वाला चपरासी नहीं देंगे ।
रोज़ सफ़ाई हो लेकिन सफाईकर्मी नहीं देंगे ।
लिपिक का काम रोज़ लेंगे लेकिन लिपिक नहीं देंगे
लिख दिया तो इनकी शान में बट्टा लग गया।
हम रोज़ लिखेंगे और 30 नवम्बर को यही बताने लाखों शिक्षक लखनऊ आ रहे हैं