प्रयागराज। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव करने के लिए जिला प्रशासन ने शिक्षिकाओं को पीठासीन अधिकारी बना दिया। इसमें ऐसी भी कई शिक्षिकाएं पीठासीन अधिकारी बनी हैं, जो पहली बार चुनाव ड्यूटी कर रही हैं। ऐसे में प्रशासन के इस कदम का विरोध शुरू हो गया है।
शिक्षक विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री से फोन पर वार्ता कर बताया कि प्रदेश के किसी जिले में महिला कार्मिकों की ड्यूटी पीठासीन अधिकारी के रूप में नहीं लगाई गई है। ऐसे 1. में जिले की शिक्षिकाओं को पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने भी सवाल उठाया कि कि पहली बार शिक्षिकाएं पीठासीन अधिकारी के दायित्व का निर्वहन कैसे करेंगी? वहीं इविवि के कई संघटक महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसरों की ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगाए जाने को लेर ऑक्टा महासिचव अमित सिंह ने विरोध जताया है।