यूपी के शिक्षकों का मोबाइल और घरेलू समय बना सरकार की सरकारी संपत्ति!


शिक्षको का मोबाइल और घरेलू समय बना सरकार की सरकारी संपत्ति


महानिदेशक महोदय ने विगत 2 वर्ष में शासन ने 5 सितंबर 2019 से मिशन प्रेरणा की शुरुवात की तब से शिक्षको के अपने निजी उपयोग हेतु प्रयोग किये जाने वाले मोबाइल को शासन और उनके नुमाइंदों ने उसे सरकार के सभी कामो में प्रयोग करने लगे है
शिक्षको का आरोप है की एक तो इस प्रयोग हेतु न ही किसी मद की व्यवस्था है न ही मोबाइल खराब होने पर कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार है इसमें हर 28 दिन पर कम से कम 200 का रिचार्ज, रोज बैटरी चार्ज,अच्छे RAM और प्रोसेसर के साथ तीव्र इंटरनेट की आवश्यकता है जिसमे से एक भी व्यवस्था 60%ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में नही है

शिक्षको का कहना है कि
सरकार द्वारा जबरजस्ती डिजिटलीकरण के नाम पर कामो का बोझ थोपा जा रहा है जिसमेहर हफ्ते 10 घण्टे का 3 प्रशिक्षण,कम से कम 1 मीटिंग,व्हाट्सएप क्लास,ई पाठशाला संचालन, विभागीय सूचनाओं का आदान प्रदान प्रतिदिन औसत 2 सूचना भेजने का काम साथ ही विभाग द्वारा जबरजस्ती थोपे गए रीड अलांग एप,दीक्षा एप,प्रेरणा ऐप, m-sthapana एप,zoom ऐप, माइक्रोसॉफ्ट एप,google meet एप,का प्रयोग बाध्यकारी कर दिया गया है जबकि शासन की ओर से न ही टैबलेट,नेटपैक, wifi, सुगम इंटरनेट की व्यवस्था भी नही दी गयी है

जबकि व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पालिसी आने के बाद से शिक्षको में डर का माहौल व्याप्त है क्योंकि निजता देखे तो व्हाट्सएप छोड़े और व्हाट्सएप छोड़े तो विभाग की सूचना न भेज पाने पर नौकरी से हाथ धोने के डर से मझधार में फंसे हुए है
टेलीग्राम,गूगल फॉर्म पर फीड बैक लिंक,मीटिंग लिंक भेजकर इन सभी कार्यो के चक्कर मे छुट्टी के दिन भी प्रशिक्षण,मीटिंग की वजह से व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन प्रभावित हो रहा है
सरकार ने शिक्षको के लिए इतने कार्य
तय कर दिए है कि उसे पढ़ाने के अतिरिक्त सभी कार्य लिए जा रहे है
इस तरह एक शिक्षक के व्यक्तिगत मोबाइल अब्य व्यक्तिगत न होकर सरकार की सार्वजनिक संपत्ति घोषित कर दिया गया है
👉🏻BRC से जूता, मोजा, बैग,स्वेटर, ड्रेस,किताब,लाना
👉🏻बोर्ड डयूटी, जनगणना, बाल गणना, मिडडेमील, प्रवेश/परीक्षा/परिणाम/TC रजिस्टर तैयार करना
👉🏻SMC, बैठक,रजिस्टर, नियुक्ति,खाता संचालन,
👉🏻शिक्षक संकुल,BRC मीटिंग,महानिदेशक की मीटिंग
👉🏻composite ग्रांट के अंतर्गत रंगाई पुताई,TLM, खिड़की,दरवाजा, टाइल्स,वायरिंग,पुस्तकालय, खेलकूद की व्यवस्था करना
👉🏻स्कूल चलो अभियान,समग्र शिक्षा अभियान,पोषण वितरण अभियान,गंगा रैली,कुपोषण रैली,बालिका दिवस रैली,26जनवरी,15अगस्त ,2oct,31oct,25dec का आयोजन करना
👉🏻इसके अलावा प्रधान से विवाद,SMC अध्यक्ष/सदस्यों से विवाद,गाँव वालों से विवाद,शिक्षक विवाद,पैसे का विवाद झेलते हुए शिक्षक इस दुनिया का सबसे निरीह प्राणी में गिना जाता है
👉🏻उपर से समाज की नजर में अरे प्राइमरी में मास्टर है कौन काम जब न जाये तो छुट्टी है और विभाग भी यही मानता है जबकि वास्तविकता में 52 रविवार और 22 आधिकारिक छुट्टी,14 CL के अलावा गर्मी की छुट्टी में काम,सर्दी की छुट्टी में भी काम लिया जाता है क्योंकि अध्यापक न तो बीमार पड़ता है न परिवार में कोई आयोजन करता है न ही उसका कोई परिवार समाज है न ही उसे कही जाना होता है

👉इससे अच्छा 40 EL और माह के अंतिम शनिवार को अवकाश दे दिया जाए तो अध्यापक अपने अनुसार छुट्टी ले जिसके द्वारा यह छुट्टी उसके कोई काम आ सके