बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथिमक और जूनियर विद्यालय इन दिनों बंद चल रहे हैं, लेकिन मोहल्ला क्लास बंद नहीं की जायेगी। इस संबंध में शिक्षा महानिदेशक ने अमृत विचार से फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि मोहल्ला क्लास संचालन के लिए कोई आदेश नहीं जारी किया गया है, लेकिन मोहल्ला क्लास बंद नहीं की जायेगी।
उन्होंने कहा शिक्षकों की सराहनीय पहल है, चूकि अभी स्कूल खुल नहीं रहे हैं, ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के चेन न टूटने पाये इसके लिए जिले स्तर पर बेसिक शिक्षा अधिकारियों के निगरानी में मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है। आप यह खबर प्राइमरी का मास्टर डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी अतंरजनपदीय शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया पूरी की जा रही है, और नवनियुक्त शिक्षकों के स्कूल आवंटन की प्रक्रिया चल रही है । जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर होगी। वहीं दूसरी ओर शासन अधिकारिक सूत्रों का दावा है कि जल्द ही सभी स्कूल खोले जाने की तैयारी शुरू जायेगी।
बता दें बिना आदेश मोहल्ला क्लास के संचालन बिना आदेश चलायी जा रही मोहल्ला क्लास को लेकर अमृत विचार ने प्रमुखता से मुददे को उठाया था, इस संबंध में लखनऊ बीएसए दिनेशकुमार, लखीमपुर बीएसए बुद्धप्रिय सिंह, और हरदोई बीएसए हेमंत राव का पक्ष रखते हुए जानने का प्रयास किया था क्या मोहल्ला क्लास संचालन के लिए कोई ऊपर से आदेश जारी हुआ है? तो सभी ने एक ही उत्तर दिया ऐसा कोई आदेश नहीं आया है।
अब मोहल्ला क्लास के संचालन के लिए बीईओ की भी जिम्मेदारी बढ़ सकती है। सीतापुर की घटना को देखते हुए निदेशालय स्त्र से सभी बीईओ के लिए दिशा निर्देश जारी किए जायेंगे कि मोहल्ला क्लास के संचालन में शिक्षकों का सहयोग करें। साथ ही एआरपी भी सहयोग करेंगे।
क्लास का संचालन एक सराहनीय कदम है, इस पर रोक नहीं लगायी जायेगी। अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी वि वह शिक्षकों का सहयोग करें। -विजय किरण आनंद, शिक्षा महानिदेशक
गांवों में महिला शिक्षकों को भेजना ठीक नहीं: विनय
वहीं दूसरी प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह की ओरसे ओर से शिक्षा महानिदेशक के संज्ञान में लाया गया है। सीतापुर की घटना को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। पीड़ित शिक्षिका का वीडियो वायरल है, शिक्षिका के साथ छेड़छाड़ की जो घटना हुई उसे देखने के लिए गांव के लोग तमाशबीन बने खड़े रहे, ऐसे में महिला शिक्षको को गांव में भेजना ठीक नहीं है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कहा कि जाड़े में दिन छोटा होता है और जल्दी ही अंधेरा हो जाता है ऐसे में इस समय में संशोधन कर विद्यालय जल्दी बंद किया जाना चाहिए।
शिक्षिका से छेड़छाड़ मामले में संधना थाने के एसएचओ समेत चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है इस बारे में एसपी आरपी सिंह ने अमृत विचार से फोन पर बातचीत में बताया।