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2016 में 53 अवकाश थे
2020 में 33 हो गए
2021 में 30 ही बचे(5 में शिक्षण कार्य स्थगित है)
भविष्य में प्रेरणा लक्ष्य पाने के लिए अवकाश और कम हो सकते है और जो समय 8 से 2 कर दिया है हो सकता है एक्सट्रा क्लास के नाम पर 8 से 3 कर दे
अब समय आ गया है कि शिक्षक गर्मी और सर्दी की(40 दिन जिसमें 6 रविवार भी है) छुट्टियों का मोह त्याग दें और 31 EL की मांग करें। क्योकि ये 40 छुट्टियां कोढ़ से ज्यादा कुछ नही हैं,किसी काम की भी नही रह गयीं हैं लेकिन बदनामी का कारण जरूर बन गयीं हैं।
अधिकारी कहतें हैं ये ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन छुट्टियां आपकी (शिक्षकों) की नही हैं, बच्चों की हैं। आपको कभी भी बुलाया जा सकता है।जब ये अवकाश शिक्षकों के लिए हैं ही नहीं। तो अन्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी उपार्जित अवकाश संवैधानिक रुप से मिलने चाहिए और न मिलें तो सभी शिक्षक संघों को इसकी मांग करनी चाहिए।
Earning Leave मिलने का सबसे बडा फायदा होगा कि हर किसी की जुबान बन्द हो जाएगी कि शिक्षक डेढ़ महीने घर बैठते हैं।दूसरा फायदा जब हमें आवश्यकता होगी तब हमारे पास हमारी EL होंगी।इसके अलावा एक और बड़ा फायदा ये है कि अगर आपके पास पूरे कार्यकाल तक जितनी EL होती है तो उनका भुगतान मिलेगा।
एक और बात आधे से ज्यादा शिक्षकों का शोषण ही इसी बात से होता है कि उनके पास केवल 14 CL होती हैं।आने वाले समय मे दिक्कत और बढ़ने वाली है क्योंकि पहले तो ज्यादातर शिक्षक होम टाउन तो छोड़िए होम ब्लॉक तक मे थे तो ज्यादा दिक्कत नही आई पर अब तो लोग दूसरे जिलों में नियुक्त हैं और अब तो ट्रांसफर भी जटिल होता जा रहा है।
लॉक डाउन में क्या किसी विभाग की El खत्म हुई? नहीं बिल्कुल नहीं, औऱ आपके ग्रीष्मकालीन अवकाश खत्म कर दिये गये और स्कूल उपस्थित होने के आदेश किये गये।जो शिक्षक उपस्थित नहीं हुए उनके वेतन रोक दिये गये हैं।आगे आने वाले समय में भी धीरे धीरे किसी न किसी काम से गर्मी की छुट्टियों में बुलाया जाएगा और नहीं जायेंगे तो वेतन अवरुद्ध होगा फिर वेतन निकलवाने के लिए रिश्वत लो।इसलिए अच्छा होगा कि शिक्षक स्वयं ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश का वॉयकाट करें।
रिकॉर्ड में और समाज मे ये दर्ज है कि शिक्षक की गर्मी की छुट्टी चल रही है पर शिक्षक तो विद्यालय में है।
अब समय आ गया है गर्मी और सर्दी की छुट्टी रद्द कराने और EL शुरू कराने का।
#सभी_शिक्षक_संघो के पदाधिकारियों से निवेदन है कि अगर आपके बस का कुछ है तो आप एकजुट होकर अर्न लीव की आवाज बुलंद करें।