डीएलएड परीक्षा के अभ्यर्थियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि सेकेण्ड सेमेस्टर में बैक पेपर लाने वाले अभ्यर्थियों को तृतीय सेमेन्टर की परीक्षा से वंचित कर सीधे चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा देने का मौका दिया जाए।
डीएलएड-2018 वैच की छात्रा नीलम गुप्ता ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि डीएलएड के ऐसे विद्यार्थी जो सेकेन्ड सेमेस्टर में सभी विषयों में पास हैं। उन्हें प्रमोट कर तृतीय सेमेस्टर से वंचित करते हुए सीधे चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने का आदेश दिया गया है, लेकिन जो विद्यार्थी किन्हीं कारणों से सेकेन्ड सेमेस्टर में किसी एक विषय में फेल हो गए हैं तथा उनका वैक लगा हो उन्हें वैक के साथ-साथ तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा भी देनी है। बैक पेपर में पुरुष तथा महिला दोनों अभ्यार्थी शामिल हैं तथा करवा चौथ के दिन भी परीक्षा है जो महिलाओं के लिए मुश्किल है। जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग की भूल प्रतीत होती है क्योंकि यदि सेकेन्ड सेमेस्टर के पास विद्यार्थियों को प्रमोट किया जा सकता है तो बैक पेपर वालों को बैंक में पास हो जाने के उपरान्त उन्हें भी तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा से वंचित करते हुए सीधे चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा देने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने का कि कोविड-19 का डर यदि पास वालों को है तो वैक वालों को भी उसका खतरा हो सकता है।
डीएलएड-2018 वैच की छात्रा नीलम गुप्ता ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि डीएलएड के ऐसे विद्यार्थी जो सेकेन्ड सेमेस्टर में सभी विषयों में पास हैं। उन्हें प्रमोट कर तृतीय सेमेस्टर से वंचित करते हुए सीधे चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने का आदेश दिया गया है, लेकिन जो विद्यार्थी किन्हीं कारणों से सेकेन्ड सेमेस्टर में किसी एक विषय में फेल हो गए हैं तथा उनका वैक लगा हो उन्हें वैक के साथ-साथ तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा भी देनी है। बैक पेपर में पुरुष तथा महिला दोनों अभ्यार्थी शामिल हैं तथा करवा चौथ के दिन भी परीक्षा है जो महिलाओं के लिए मुश्किल है। जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग की भूल प्रतीत होती है क्योंकि यदि सेकेन्ड सेमेस्टर के पास विद्यार्थियों को प्रमोट किया जा सकता है तो बैक पेपर वालों को बैंक में पास हो जाने के उपरान्त उन्हें भी तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा से वंचित करते हुए सीधे चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा देने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने का कि कोविड-19 का डर यदि पास वालों को है तो वैक वालों को भी उसका खतरा हो सकता है।