कानपुर देहात : बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी दफ्तर में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसका खुलासा शासन से भेजी रिपोर्ट में हुआ है। 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हुए लेखाकार ने चार्ज तक नहीं छोड़ा और अभिलेख घर ले गए। हद तो तब हो गई जब शिक्षकों की सेवा पुस्तिकाएं नदारद मिली। गुरुवार को एसडीएम की रिपोर्ट पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने रिटायर्ड लेखाकार पर एफआईआर कराने का आदेश वित्त एवं जिलाधिकारी को दिया है। कमियों के बाबत उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
सीडीओ जोगिंदर सिंह ने 25 अगस्त को बीएसए व वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था। तब मौके पर पाया गया कि लेखाकार मुकेश सक्सेना के सेवानिवृत्त होने के बाद अभिलेखों से संबंधित अलमारियों की चाबियां चपरासी के पास हैं। सीडीओ को कार्यालय से शिक्षकों व कर्मचारियों की सेवा पुस्तिकाएं गायब मिलीं। पता चला कि शिक्षक व कर्मचारी के सेवा पुस्तिका मांगने पर लेखाकार उसे घर से देते थे। लेखाकार जीपीएफ रजिस्टर भी अपने पास भी रख हुए थे। अध्यापकों के सेवानिवृत्त होने पर जीपीएफ का भुगतान भी नहीं हो पाता और दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर होते।
वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में गंभीर अनियमितताएं मिलने पर सीडीओ ने कार्रवाई के लिए शासन में रिपोर्ट भेजी थी गुरुवार को इसी बात का संज्ञान लेते हुए महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना ने अनाधिकृत रूप से सरकारी अभिलेख घर में रखे जाने के आरोप में सेवानिवृत्त लेखाकार मुकेश सक्सेना के विरुद्ध एफआईआर कराने का आदेश दिया है। इसकी सूचना उनके कार्यालय समेत डीएम व सीडीओ को देने के निर्देश दिए हैं।
पूर्व में निरीक्षण के दौरान बीएसए और वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में गंभीर अनियमितताएं मिली थी। इसकी रिपोर्ट शासन में भेजी गई थी। महानिदेशक की ओर से सेवानिवृत्त लेखाकार के विरुद्ध एफआईआर कराने का आदेश वित्त एवं जिलाधिकारी को दिया गया है। -जोगिंदर सिंह (सीडीओ)