प्रेस विज्ञप्ति👇👇👇
8 से 10 लाख टीईटी पास अभ्यर्थी कर रहे नई शिक्षक भर्ती का इंतजार-बंटी पाण्डेय
लखनऊ:-
उत्तर प्रदेश में बेरोजगार प्रशिक्षुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण है कि उत्तर प्रदेश में लाखों सीट बेसिक शिक्षा विभाग में खाली है उसके बावजूद कोई भर्ती का विज्ञापन सरकार जारी नही करना चाह रही है।प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती कि मांग प्रशिक्षुओं के द्वारा की जा रही है। प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और इसमें 31277 पदो पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है।लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा कोई नयी शिक्षक भर्ती का प्रस्ताव नहीं लाया गया।लाखों छात्र का भविष्य अंधेरे में नजर आ रहा है।अभी तक 137000 पद जो पिछली सपा सरकार के द्वारा प्राथमिक में सृजित किये गये थे,केवल उन्हीं पदों पर भर्ती की जा रही है। लेकिन इस सरकार ने अभी तक कोई प्राथमिक में नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया है।पिछले समय में मुख्यमंत्री जी ने वादा किया था कि हर साल सुपरटेट का आयोजन किया जायेगा जैसे 2017 टीईटी के बाद 68500 शिक्षक भर्ती , टीईटी 2018 के बाद 69000 शिक्षक भर्ती लेकिन 2019 टीईटी के बाद नई शिक्षक भर्ती का नामोनिशान नहीं है।वहीं 2020 टीईटी का आयोजन भी किया जा रहा है।नई शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे शिक्षक नेता बंटी पाण्डेय ने बताया कि अब टेट पास अभ्यर्थियों कि संख्या लगभग 8 से 10 लाख हो चुकी है,लेकिन सरकार के द्वारा नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन फिर भी जारी नहीं किया जा रहा है।बंटी पाण्डेय नें बताया कि छात्रों के द्वारा प्रत्येक जिले में सभी उच्च पदाधिकारियों को नई शिक्षक भर्ती के लिए ज्ञापन दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना जैसी महामारी में बड़े धरने का आयोजन नही किया जा सकता है लेकिन प्रशासन की अनुमति जैसे मिलती है लखनऊ में एक बड़ा आंदोलन होगा। वही सभी प्रतियोगी छात्र रोजाना ट्विटर के माध्यम से नई शिक्षक भर्ती की मांग लगातार कर रहे हैं।लेकिन भर्ती का अभी तक कोई नामोनिशान नही है।अब सरकार टीईटी का कैलेंडर जारी करने जा रही है लेकिन सुपर टेट का कैलेंडर जारी नहीं कर रही है। बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश दिवेदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से छात्र मांग कर रहे हैं कि टीईटी के विज्ञापन के साथ सुपरटेट का विज्ञापन जारी किया जाये और बचे समस्त पदों पर सुपर टेट कि परीक्षा करवाई जाये।