बेसिक शिक्षा परिषद ने प्राथमिक स्कूलों के लिए 31277 पदों को चयन सूची में अभ्यर्थियों के आवंटित जिले में बदलाव नहीं किया है। 67867 पदों की सूची में जिस अभ्यर्थी को जो जिला आवंटित हुआ था, उन्हें इस बार पद कम होने पर भी उसी जिले में भेजा गया है। मनचाहे जिलों का आवंटन करने में प्रदेश के तीन जिलों में सारी सीटें भर गईं, कहीं कई ऐसे भी जिले हैं जहां अधिकांश सीटें खाली रह गई हैं। असल में, 69000 पदों की शिक्षक भर्ती का जिला आवंटन एक जून को किया गया था। उस समय 67867 अभ्यर्थियों में से अधिकांश को मनचाहा जिला मिल गया था। मुख्यमंत्री ने जब 31661 पदों के सापेक्ष जिला आवंटन करके नियुक्ति देने का निर्देश दिया तो शासन व बेसिक शिक्षा महकमा कम पदों पर जिला आवंटन दुरुस्त करने की माथापच्ची में जुटा रहा।
इसीलिए शासनादेश जारी होने के 18वें दिन सूची जारी की जा सकी। परिषद का दावा है कि किसी भी अभ्यर्थी का जिला आवंटन बदला नहीं गया है। ऐसे में गाजियाबाद के दो, लखनऊ की 150 व वाराणसी की सभी 230 सीटें पहले ही चरण में भर गई हैं। सोशल मीडिया पर जिला आवंटन की एक सूची भी वायरल हुई इसमें सभी 75 जिलों का आवंटन दिया गया है। इस सूची के अनुसार आगरा, बागपत, फतेहपुर, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, जालौन, झांसी, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कौशांबी, मेरठ, मुजफ्फरनगर, प्रयागराज व शामली में 90 फीसद से अधिक सीटें भर गई हैं। मऊ व कासगंज जिले में आवंटन कम हुआ है। "बलरामपुर, बांदा, बहराइच, गोंडा, हरदोई, हाथरस, कन्नौज, कुशीनगर, लखीमपुर, महराजगंज, मैनपुरी, पीलीभीत, रामपुर, संभल, संतकबीर नगर, शाहजहांपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर और सीता जिले में बहुत कम सीटें भरी जा सकी हैं। परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि सोशल मीडिया पर जारी सूची अधिकृत नहीं है। मंगलवार को इस संबंध में सूची निर्गत की जाएगी। यह जरूर है कि सबको मनचाहा जिला देने का प्रयास हुआ है।