राष्ट्रीय ओबीसी आयोग की रोक के बावजूद 31661 अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के खिलाफ ओबीसी अभ्यर्थियों ने शनिवार को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान
प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। अभ्यर्थी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य को बुलाने की मांग पर अड़े थे। काफी हंगामे के बाद पुलिस उन्हें बस में बैठाकर ईको गार्डन में छोड़ दिया। लेकिन अभ्यर्थियों ने यहां भी खूब हंगामा किया। सावित्री बर्मा, रेनू पटेल, सुशील कुमार विजय यादव, रामविलास ,भास्कर सिंह आदि पर ओबीसी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन अभ्यर्थियों का कहना था कि आयोग का फैसला आने के बाद हो भर्ती की जाए। सरकार जल्दबाजी क्यों कर रही है? प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक मांग नहीं मानी जाएगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। हंगामे के बाद बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह, बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल तथा संयुक्त निदेशक गणेश कुमार अभ्यर्थियों से मिलने धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। अभ्यर्थियों ने अधिकारियों से लिखित आश्वासन मांगा। लेकिन अधिकारियों ने लिखित आश्वासन देने में असमर्थता जताई
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प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। अभ्यर्थी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य को बुलाने की मांग पर अड़े थे। काफी हंगामे के बाद पुलिस उन्हें बस में बैठाकर ईको गार्डन में छोड़ दिया। लेकिन अभ्यर्थियों ने यहां भी खूब हंगामा किया। सावित्री बर्मा, रेनू पटेल, सुशील कुमार विजय यादव, रामविलास ,भास्कर सिंह आदि पर ओबीसी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन अभ्यर्थियों का कहना था कि आयोग का फैसला आने के बाद हो भर्ती की जाए। सरकार जल्दबाजी क्यों कर रही है? प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक मांग नहीं मानी जाएगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। हंगामे के बाद बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह, बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल तथा संयुक्त निदेशक गणेश कुमार अभ्यर्थियों से मिलने धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। अभ्यर्थियों ने अधिकारियों से लिखित आश्वासन मांगा। लेकिन अधिकारियों ने लिखित आश्वासन देने में असमर्थता जताई