विश्वविद्यालयों में यूजी, पीजी के लिए एकेडेमिक कैलेंडर जारी, 1 नवंबर से कक्षाएं, 8 मार्च से परीक्षाएं



शिक्षा मंत्रालय का ऐलान- 1 नवंबर से शुरू होंगी ग्रेजुएशन की क्लास

University Session 2020-21: शिक्षा मंत्री ने देश भर के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, स्वायत्तशासी महाविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए एकेडेमिक कैलेंडर जारी कर दिया है। शिक्षा मंत्री द्वारा अब से कुछ ही देर पहले दी गयी जानकारी के अनुसार, “विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए वर्ष 2020-21 के लिए अंडर-ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट (कोर्सेस) के छात्रों के लिए एकेडेमिक कैलेंडर के लिए यूजीसी गाइडलाइंस के लिए बनी समिति की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए इसे मान्यता दे दी है।“ शिक्षा मंत्री द्वारा साझा किये गये यूजीसी यूजी/पीजी कैलेंडर के अनुसार सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिले की प्रक्रिया 31 अक्टूबर 2020 तक पूरी कर लेनी है और पहले सेमेस्टर के फ्रेश बैच के लिए पहले कक्षाओं का आरंभ 1 दिसंबर 2020 से किया जाना है। वहीं, 1 मार्च से 7 मार्च तक एक सप्ताह का प्रिपेरेशन ब्रेक दिया जाएगा और 8 मार्च से 26 मार्च 2021 तक परीक्षाओं का आयोजन किया जाना है।





यूजीसी यूजी/पीजी एकेडेमिक कैलेंडर 2020-21

दाखिला प्रक्रिया पूरी करने की तिथि – 31 अक्टूबर 2020

पहले सेमेस्टर के फ्रेश बैच के लिए कक्षाओं के आरंभ होने की तिथि - 1 दिसंबर 2020

परीक्षाओं की तैयारी के लिए ब्रेक – 1 मार्च 2021 से 7 मार्च 2021

परीक्षाओं के आयोजन की अवधि - 8 मार्च 2021 से 26 मार्च 2021

सेमेस्टर ब्रेक – 27 मार्च से 4 अप्रैल 2021

ईवन सेमेस्टर की कक्षाओं का आरंभ – 5 अप्रैल 2021

परीक्षाओं की तैयारी के लिए ब्रेक – 1 अगस्त 2021 से 8 अगस्त 2021

परीक्षाओं के आयोजन की अवधि – 9 अगस्त 2021 से 21 अगस्त 2021

सेमेस्टर ब्रेक – 22 अगस्त 2021 से 29 अगस्त 2021

इस बैच के लिए अगले एकेडेमिक सेशन आरंभ होने की तिथि – 30 अगस्त 2021

एडमिशन कैंसिल कराने या माइग्रेशन में पूरी फीस होगी वापस

शिक्षा मंत्री ने नये शैक्षणिक सत्र के लिए एकेडेमिक कैंलेडर जारी करने के साथ ही साथ कहा, “लॉकडाउन और सम्बन्धित समस्याओं के कारण पैरेंट्स को हुई आर्थिक दिक्कतों को देखते हुए इस सेशन के लिए 30 नवंबर 2020 तक लिए गए दाखिले को रद्द कराने या माइग्रेशन की स्थिति में छात्रों को पूरी फीस वापस की जाएगी।“