प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में सख्त रुख अख्तियार किया है। आयोग ने अगले महीनों में होने वाली तीन अहम परीक्षाओं के संबंध में विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि अभ्यर्थी इन परीक्षाओं से चाहें तो अभ्यर्थन वापस ले सकते हैं। सभी को 10 अगस्त तक का मौका भी दिया गया है। इस कदम से साफ है कि आयोग परीक्षाएं आयोजित करने से पीछे नहीं हटेगा, जिन अभ्यर्थियों को दिक्कत हो वे इम्तिहान से किनारा कर सकते हैं।
इधर एक साल से परीक्षाएं तय समय पर कराने की मुहिम चल रही है, जो परीक्षाएं कैलेंडर के मुताबिक नहीं हो सकी उसकी वजह आयोग की तैयारी नहीं थी, बल्कि कोरोना संक्रमण ने प्रभावित किया है। इधर, प्रतियोगियों के एक वर्ग ने आयोग से लेकर शासन तक कई पत्र लिखे कि वे कोविड-19 के कारण परीक्षा नहीं देना चाहते, इम्तिहान टाले जाए। इसका आयोग ने संज्ञान लिया है। परीक्षा नियंत्रक अर¨वद कुमार मिश्र ने शुक्रवार को विज्ञप्ति जारी की। इसमें कहा गया है कि पीसीएस प्री 2020, एसीएफ-आरएफओ प्रारंभिक परीक्षा 2020 और समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी 2016 के लिए जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, यदि वे कोविड-19 की वजह से परीक्षा नहीं देना चाहते हैं तो वे अभ्यर्थन वापस ले सकते हैं। आयोग ने वेबसाइट पर अभ्यर्थन 10 अगस्त तक वापस लेने का मौका दिया है।
विज्ञप्ति में इसकी प्रक्रिया विस्तार से समझायी है। अभ्यर्थी वेबसाइट को देख सकते हैं। इससे साफ है कि आयोग आगामी सितंबर व अक्टूबर में होने वाली परीक्षाओं को टालेगा नहीं। ज्ञात हो कि पीसीएस व एसीएफ-आरएफओ की प्रारंभिक परीक्षा 11 अक्टूबर को और आरओ-एआरओ 2016 की प्रारंभिक परीक्षा 13 सितंबर को प्रस्तावित है।