*लगे हाथ पावना/प्रपत्र9 के साथ मास्टर का एक बोतल खून भी ले लिया करो।* कुछ बातें समझ में नहीं आई अभी तक बेसिक शिक्षा में ----
1. जब किसी शिक्षक को बैंक में जाना होगा तो वो किस समय जाएगा? शिक्षक 8 बजे स्कूल जाएगा और 3 बजे स्कूल बंद होने के बाद 30 मिनट और यानी 3:30 तक स्कूल में रहेगा और उसके बाद स्कूल बंद करके बैंक जाएगा तो 4 बजे तक बैंक बंद हो जाएगा तो शिक्षक बैंक का काम करेगा कब?जबकि वो बैंक का काम भी स्कूल के बैंक वाला काम ही है
क्या अब शिक्षक स्कूल के काम के लिए भी अलग से छुट्टी ले जो उसकी खुद की छुट्टी है?
2- शिक्षक राशन लेने कब जाए? किस टाइम जाए स्कूल टाइम जाना नहीं है स्कूल खुलने के पहले राशन लेने के लिए वाहन और उसको स्कूल लेकर आना संभव नहीं है और स्कूल बंद करने के बाद अगर ये काम किया जाए तो न तो टाइम से कोटेदार मिलेंगे और न ही सही टाइम पर वाहन और अगर ये सब मिल भी गया तो शिक्षक कितने टाइम तक स्कूल पर रहेगा उसकी कोई सीमा नहीं है।(वैसे राशन स्कूल तक पहुंचने का कोटेदारों को आदेश है पर कोई भी कोटेदार नहीं करता)
3-प्रधान से किसी काम(mdm चेक/हस्ताक्षर) को करने किस टाइम जाया जाए? सुबह स्कूल पहुंचने और सही टाइम पर पहुंचने की टेंशन और शाम में 4 बजे के बाद जल्दी कोई प्रधान मिलता नहीं है और अगर काम सही टाइम पर न हो तो वेतन रोकने की धमकी अलग से हर वक्त मिलती रहती है
4- आज भी बहुत से स्कूलों में गैस की डिलीवरी सही टाइम पर नहीं हो पाती तो सिलेंडर लेने जाना होता है ये काम किस टाइम किया जाए? 4 बजे तक एजेन्सी बंद और सन्डे को तो वैसे भी बंद रहती है। सिलेंडर न आए तो खाना न बन पाए तो भी वेतन रुके और सिलेंडर लेने जाओ तो भी वेटक रुके। और सन्डे को मिलेगा नहीं तो। शिक्षक करे तो क्या करे कोई तो समझाए।
5- किताब/जूता/बैग/स्वेटर आदि स्कूल तक पहुंचाने का टेंडर होता है पर स्कूल तक पहुंचती कैसे है ये चीज़ें ये सब लोग जानते है। ये सब समय से स्कूल में न मिले तो भी शिक्षक का ही वेतन रुकेगा।
6- ये जो हर दिन कोई न कोई सूचना विभाग द्वारा मांगी जाती है वो कैसे भेजी जाए?और किस समय शिक्षक उस सूचना को विभाग को दे इसका कोई समय है? अगर सूचना न दे तो आदेश की अव्हेलना और वेतन रुकेगा ।
7- न तो प्राथमिक विद्यालयों में कोई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है न कोई स्थाई गार्ड तो ऐसी स्थिति में बहुत से काम खुद शिक्षक को ही करने होते हैं तो वो काम शिक्षक किस समय में करे?
8- स्कूल टाइम में शिक्षक का इंटरनेट चलाना प्रतिबंधित है ऐसा विभाग और सरकार बोलती है पर विभाग सारी सूचना वॉट्सएप और इंटरनेट पर ही मांगता है एक भी पत्र स्कूल पर नहीं आता जो भी काम सब व्हाट्स ऐप पर ही होता है तो शिक्षक करे तो क्या करे?
हम सरकार की हर बात मानने को तैयार हैं बल्कि हम इसकी खुशी होगी पर सरकार शिक्षक से सिर्फ़ शिक्षा देने का ही काम करवाए और कुछ नहीं। इससे हमारी छवि भी सरकार और समाज की नज़रों में अच्छी होगी और हमारी नजर में सबकी।
शिक्षक को सिर्फ़ शिक्षक ही रहने दें। प्रयोगशाला न बनाएं।