69000 शिक्षक भर्ती रद्द प्रकरण
💥69000 शिक्षक भर्ती को लेकर हर हफ्ते में कोई ना कोई नया केस सुनने को मिल जाता है, लेकिन जब से 90-97 को डबल बेंच से विजयश्री प्राप्त हुई और सारी प्रक्रिया आगे बढ़ी,तब से भर्ती रद्द कराने वाले एक वर्ग में सुगबुगाहट बढ़ गई.. और प्रक्रिया में उत्तर कुंजी पर स्टे आदेश होने के बाद इन रद्दी गैंग वालों को अपना प्रपंच फैलाने का सबसे अच्छा अवसर मिल गया|
🔰फिर इन्हें कुछ ऐसे लोगों का साथ मिला जो खुद को छात्र हितैषी बताते हैं, तो इन समाजसेवी और छात्र हितैषी से मैं पूछना चाहता कि पिछले डेढ़ वर्षो से 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी कोर्ट से लेकर सड़क तक संघर्ष कर रहे थे तो आप कहां पर थे, तब आपने अपना इतना बड़ा दिल क्यों खोल कर नहीं रखा, तब आपने क्यों नहीं कहा कि हम योग्य अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क केस लड़ेंगे(वैसे हम आप से नहीं लड़वाते अच्छा वकील करते).... इन सब का कारण यह है कि उस समय आपको लगा कि इस मामले में आपको पब्लिसिटी कम मिलेगी, लेकिन जैसे ही भर्ती प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंचती है और प्रदेश भर की मीडिया में लगातार रहती है तब आपको लगता है कि मामला तो पब्लिसिटी देने वाला है... और आप उन हजारों अभ्यर्थियों के डेढ़ वर्ष के परिश्रम, संघर्ष,उम्मीद और सपनों धराशाही करने के लिए टूट पड़ते हैं,वह भी बमुश्किल गिने-चुने लोगों की वजह से....लेकिन ऐसा होने वाला नहीं|
🔰आप सभी को याद होगा जब 6 जनवरी को परीक्षा हुई थी उसके बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज प्रयागराज पर कुछ रद्द मोर्चा के लोगों ने बड़ा समा बांधा था.. धरने का 56वां ...57वा ...58वा दिन..😆😆
कुछ दिन बाद सब ठंडे हो गए, लगभग 1 वर्ष पहले भी न्यायालय में रद्द प्रकरण को लेकर याचिका डाली गई थी जो आज तक पेंडिंग है, और ऐसी तमाम याचिकाएं आती रहेंगी, अभी लेटेस्ट वाले का ही उदाहरण ले लेते हैं 4 सुनवाई में पता नहीं कितने बार बेंच बदल चुकी है, कभी 76 नंबर पर तो कभी 189 नंबर पर..😂
🔰सिंगल बेंच में जब हमारा केस चल रहा तब जज साहब ने टिप्पणी की थी "यह प्रदेश के लाखो नौनिहालों और अभ्यर्थियों के भविष्य का सवाल है, प्रक्रिया को हम रद्द नहीं कर सकते"| गिनती के कुछ लोगों के लिए भर्ती रद्द नहीं की जा सकती जबकि सभी आरोपी चिन्हित किए जा चुके हैं और जांच गतिमान है|
🔰अब 68500 को कौन है नहीं जानता... कापियां जल गई.. सचिव को पद से हटा दिया गया... पुनर्मूल्यांकन होते जा रहे हैं नियुक्तियां अभी तक हो रही है... जस्टिस इरशाद अली जी की बेंच ने सीबीआई जांच का आदेश किया, डबल बेंच में जाकर वह भी वापस हो गया... जांच के आदेश देने का एक प्रमुख कारण था कि उसी विभाग ने स्वयं की जांच समिति बना ली थी| इन सबके समक्ष यदि 69000 शिक्षक भर्ती को रखा जाए, तो सरकार में एसटीएफ को जांच सौंप दी है, काफी हद तक गिरफ्तारियां हो चुकी है, जांच की प्रक्रिया गतिमान है... और उसकी जांच रिपोर्ट ही न्यायालय में मान्य होगी, बाकी आप स्वयं समझदार हैं😉
🔰भर्ती प्रक्रिया कभी रद्द नहीं होगी, बस कुछ लोग परीक्षा के पहले परीक्षा तिथि आगे बढ़वाने के नारे लगा रहे थे और परीक्षा के बाद परीक्षा रद्द के नारे लगा रहे हैं, और इनका काम सिर्फ सस्ती पब्लिसिटी बटोरना, पैसा बटोरना और अभ्यर्थियों को मानसिक रूप से परेशान करना है|
🔰टीम की नजर 69000 शिक्षक भर्ती से संबंधित प्रत्येक प्रकरण पर होती है, हर पहलू पर अधिवक्ताओं से सलाह मशवरा लेने के बाद ही कोई काम किया जाता है, फिलहाल इस प्रकरण में सारा लोकस नियोक्ता का है, और जिस तरह से मामला चल रहा है उसके सरकार की रणनीति स्पष्ट झलक रही है, इस मुद्दे से अलग अन्य मुद्दों पर भी टीम की नजर बनी हुई है, एमआरसी प्रकरण पर भी टीम के तरफ से IA पड़ी हुई है ,यथासंभव आवश्यकता पड़ने हस्तक्षेप किया जाएगा, चयन सूची रक्षण के लिए टीम प्रतिबद्ध है.. फिलहाल माननीय सर्वोच्च न्यायालय से आने वाले आदेश का इंतजार करिए, संभावित है किसी भी प्रकरण में सरकार की तरफ से हलचल उस आदेश के बाद होगी|
🔥भर्ती रद्द के #घंटी ,घुंघरू और ढोल ,मजीरे भर्ती के पहले भी और भर्ती के बाद भी बजते रहेंगे, आनंद लेते रहिए|😆
#हरहरमहादेव
#एकलक्ष्यनियुक्तिपत्र♥️
#बीटीसीलीगलटीमसर्वेश