प्रयागराज। सीबीएसई की ओर से जारी नए मूल्यांकन नियमों का असर पुनर्मुल्यांकन में छात्रों के दूसरे विषयों के नंबर पर पड़ेगा। बोर्ड की ओर से पुनर्मूल्यांकन से पहले जारी दिशा निर्देश में कहा गया है कि छात्र की ओर से जिस विषय के लिए आवेदन किया गया है, उसमें अंक बढ़ेंगे तो उन बिषयों के नंजर भी बढ़ जाएंगे, जिसकी
परीक्षा न होने के चलते असेसमेंट किया गया था। पुनर्मूल्यांकन में छात्रों को नंबर बढ़ने पर जहां लाभ होगा तो नंबर कम होने की स्थिति में नुकसान भी होगा। पुनर्मूल्यांकन में नंबर कम होने की स्थिति में दोहरा नुकसान होगा, इस संबंध में सीबीएसई ने स्पष्ट दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। गंगा गुरुकुलम की प्रधानाचार्य अल्पना डे का कहना है कि जिन बेस्ट श्री सब्जेक्ट के अंक के आधार पर असेसमेंट किया गया, उसमें किसी भी विषय के अंक बढ़ते या घटते हैं तो औसत अंक दिया जाएगा। ऐसा पहली बार हो रहा है कि नंबर बढ़ने पर लाभ और घटने पर छात्र को नुकसान होगा। इसका असर 10 वीं की तुलना में बारहवीं में अधिक होगा।