कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में स्वयं सहायता समूह से भोजन आपूर्ति की तैयारी
प्रदेश के 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की छात्राओं को भोजन आपूर्ति स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से कराने का प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन है। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक सुजीत कुमार ने सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों को 4 जून को भेजे पत्र में भोजन आपूर्ति कराने के लिए स्वयं सहायता समूहों का चिह्नांकन कर समूहों की सूची मांगी है।
जिलों को स्कूलों की सूची के साथ ही प्रतिदिन का मीनू और अन्य निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल इन स्कूलों में रसोईएं भोजन बनाते हैं। खाद्यान्न की सप्लाई टेंडर के जरिए की जाती है। प्रत्येक स्कूल में कक्षा 6 से 8 तक की 100 छात्राओं के लिए तीन-तीन रसोईयां रखे जाने का प्रावधान है। नई व्यवस्था से सप्लाई में होने वाली दिक्कत और कभी-कभार रसोईयों की मिलने वाली शिकायत पर रोक लगाई जा सकेगी।
प्रति बालिका प्रति खुराक 350 ग्राम कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्राओं के लिए सुबह -शाम खाने में प्रति खुराक 350 ग्राम तय है। इसमें 50 ग्राम दाल, 100-100 ग्राम चावल, आटा व सब्जी होना चाहिए। इसके अलावा सुबह नाश्ते में दूध, अंडा या फल, नमकीन दलिया, चने की घुघरी, अंकुरित अनाज, मीठा हलुआ आदि जबकि शाम के नाश्ते में चाय के साथ बिस्कुट, नमकीन, मिक्स वेज पकोड़े, मौसमी फलों की चाट, गुड़ आदि देने का प्रावधान है।