शिक्षिका और अनुदेशक बनी दीप्ति की संविदा समाप्त
मैनपुरी। अनामिका प्रकरण से जिले में सामने आया दीप्ति प्रकरण का मंगलवार को पर्दाफाश हो गया। जांच समिति और चयन समिति की रिपोर्ट के बाद शिक्षिका और अनुदेशिका की संविदा समाप्ति के साथ डीएम ने एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं। कस्तूरबा की शिविका टी शिक्षिका और जूनियर हाईस्कूल की अनुदेशक दोनों ने कौशांबी के मिर्जापुर ढहाया के राजकीय हाई स्कूल में तैनात दीप्ति के अभिलेखों से नौकरी हासिल की थी। कस्तूरबा विद्यालय करहल की शिक्षिका दीप्ति व प्राथमिक विद्यालय जौरा में तैनात अनुदेशिका दीप्ति की जांच शुरू हुई थी।
कस्तूरबा में फर्जीवाड़ा : असली दीप्ति का भी नाम और पता निकला फर्जी, इस्तीफा देकर अचानक हुई गोल।
मैनपुरी। अनामिका शुक्ला की तरह सामने आए दीप्ति कांड में रविवार को एक और बड़ा खुलासा हुआ। जिस दीप्ति को विभाग असली मानकर चल रहा था उस दीप्ति का नाम और पता दोनों ही फर्जी निकले हैं। बीएसए के निर्देश पर डीसी बालिका शिक्षा ने रविवार को बेवर के परौंखा जाकर दीप्ति सिंह के नाम और पते की पड़ताल की थी लेकिन जांच के दौरान पता चला कि जमौरा स्थित विद्यालय में जो दीप्ति अनुदेशिका है उसका नाम और पता पूरी तरह फर्जी निकला है।
जांच में यह खुलासा होने के बाद विभाग हैरान रह गया है। डीसी बालिका जांच रिपोर्ट अधिकारियों को दे रहे हैं। अनामिका शुक्ला कांड का खुलासा होने के बाद कस्बा करहल स्थित कस्तूरबा विद्यालय में दीप्ति सिंह नाम की एक शिक्षिका पांच जून को इस्तीफा देकर गायब हो गई है। इसके अभिलेख फर्जी हैं। इसकी शिकायत जमौरा की अनुदेशिका दीप्ति सिंह द्वारा की गई।