सहायक शिक्षक भर्ती के फर्जीवाड़ा में पुलिस ने रविवार को दो और युवकों को उठा लिया। गिरफ्तार अभ्यर्थी धर्मेद्र पटेल, विनोद यादव, कमल पटेल व गिरोह से जुड़े शशि प्रकाश और उसके पिता हरिकृष्ण को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने अभ्यर्थी दुर्गेश की तलाश में प्रतापगढ़ व दूसरे की गिरफ्तारी के लिए प्रयागराज के कई गांव में छापेमारी की। पुलिस ने पीपलगांव में रुके दुर्गेश के रिश्तेदार को पकड़ा। फिर गंगापार के बहरिया इलाके से एक युवक को दबोचा। प्रयागराज के अलावा आसपास के जिलों के भी कई अथ्यर्थी पुलिस के रडार पर आ गए हैं। पुलिस का दावा है कि फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना स्कूल प्रबंधक केएल पटेल के कब्जे से एक डायरी बरामद हुई थी जिसमें 17 अभ्यर्थियों के नाम व अनुक्रमांक नंबर दर्ज हैं। उसी डायरी के आधार पर शनिवार को जौनपुर के विनोद यादव व सरायममरेज के धर्मेद्र पटेल को पकड़कर पूछताछ की गई थी। पता चला कि दोनों ने सहायक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में पास होने के लिए आठ व 12 लाख रुपये दिए थे। ऐसे में पुलिस यह मानकर चल रही है कि डायरी में जिन अभ्यर्थियों के नाम दर्ज हैं, उन्होंने भी फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह को धन देकर परीक्षा उत्तीर्ण की होगी। पुलिस अब उन अभ्यर्थियों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
फर्जीवाड़ा मामले में पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। गिरोह से जुड़े कुछ अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
-सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी