फर्जी दस्तावेजों से शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद, माध्यमिक शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग के स्कूल-कॉलेजों में कार्यरत साढ़े 6.70 लाख से अधिक शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक समर्पित टीम गठित कर शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के निर्देश दिए हैं। इससे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे हजारों मामले सामने आने की उम्मीद है। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। किसी अन्य अभ्यर्थी या शिक्षक के दस्तावेज के आधार पर सहायक अध्यापक की नौकरी कर रहे शिक्षकों की जांच एसटीएफ और एसआईटी भी कर रही है। एसटीएफ की रिपोर्ट के आधार पर अब तक 775 की सेवा समाप्त की जा चुकी है। 522 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। 23 के खिलाफ नोटिस की कार्रवाई चल रही है। वहीं, आंबेडकर विवि आगरा से फर्जी बीएड की डिग्री के आधार पर नौकरी हासिल करने के मामले में 926 फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त की गई है। 406 के खिलाफ कार्रवाई चल रही है। इस प्रकार अब तक 1701 फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त हो चुकी है और 423 के खिलाफ कार्रवाई चल रही है।