प्रदेश में बेसिक स्कूलों में पढने वाले 1.59 करोड़ से अधिक छात्र-छात्रों को लॉकडाउन अवधि का MDM का राशन घर बैठे दिया जाएगा। इतना ही नहीं मिड डे मील के लिए शासन द्वारा निर्धारित कुकिंग लागत का भी नकद भुगतान बच्चों के अभिभावकों के बैंक खाते में होगा।
देश में कोरोना के चलते लॉकडाउन के कारण विद्यालयों में मिड डे मील का वितरण की व्यवस्था पूर्णतया बंद चल रही हैं। इसलिए अब सरकार ने यह कदम उठाया है कि मिड-डे-मील बच्चों को घर बैठे उपलब्ध करा दिया जाए.
जानिए कितना मिलता है आनाज प्रति दिन प्रति छात्र
प्राथमिक स्तर:- 100 ग्राम
जूनियर स्तर -150 ग्राम
कुकिंग लागत प्रति छात्र:
प्राथमिक स्तर:- 4.97 रुपये
जूनियर स्तर -7.45 रुपये
उपरोक्त खाद्यान्न कुकिंग लागत के हिसाब से परिषदीय स्कूलों के बच्चों को करीब 50 दिनों मिड डे मील अनाज व कुकिंग लागत उपलब्ध कराई जाएगी
वहीँ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री 'निशंक' ने गर्मी की छुट्टियों में भी स्कूली बच्चों को मिड डे मील का अनाज और कुकिंग लागत देने की बात कही है। यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्चों को मिड डे मिल का राशन घर बैठे देने और कुकिंग लागत का भी अभिभावकों के खाते में नकद भुगतान करने का निर्णय लिया है.
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा है कि जब भी स्कूल खुलेंगे तब मिड डे मील का राशन बच्चों के अभिभावक को स्कूल बुलाकर वितरित कर दिया जाएगा। साथ ही कुर्किंग लागत का भी छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के बैंक खाते में दे दी जाएगी.