वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने जानकारी दी है कि वित्तीय संसाधनों को जुटाने के लिए हर पहलुओं पर
विचार किया जा रहा है । उन्होंने कहा हमारी कोशिश यह है कि राज्य में औद्योगिक-कारोबारी गतिविधियां
शुरू हों ताकि स्थितियां सुधरनी शुरू हो जाएं.
सरकारी खर्चों में कटौती इस प्रकार की जाएगी कि आमजन पर इसका कोई प्रभाव न पड़े. ऐसे खर्चों में सरकारी विभागों द्वारा इन पर रोक लगाई जा सकती है,
- विभागों द्वारा नये वाहनों की खरीद,
- गाड़ियों के पेट्रोल का खर्च और अनुरक्षण अनुदान,
- आतिथ्य सत्कार व्यय,
- गुप्त सेवा व्यय,
- मशीने साज-सज्जा उपकरण,
- पूंजीगत परिसंपत्तियों के सृजन के लिए
- अनुदान मद आदि..